सिटी दर्पण
नई दिल्ली, 14 नवंबरः
दिल्ली की हवा लगातार गैस चैंबर जैसी बनी हुई है. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक दिल्ली में प्रदूषण यानी लगातार गिरती एयर क्वालिटी से लोगों का हाल बेहाल है. NCR में AQI 400 से 500 के बीच है. दिल्ली की बात ही क्या करें नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम चारों के हालात तो और ज्यादा खराब हैं. दिल्ली-NCR वाले आज सुबह जब सोकर उठे तब हवा का हाल 'दमघोटू' था. जैसे-जैसे घड़ी की सुई आगे बढ़ी हवा में प्रदूषण बढ़ता गया. सुबह 05.55 मिनट पर गूगल मैप पर मौजूद एयर क्वालिटी चेक करने वाले फीचर के मुताबिक आनंद विहार का एक्यूआई 500 था.
वहीं सफर-इंडिया (SAFAR - India) के आकंड़ों के मुताबिक सुबह 6 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 450 दिखा रहा था. दो दर्जन से ज्यादा सेंटर्स पर हवा में प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में था. कई जगह एक्यूआई 450-480 के बीच था. यही वजह है कि दिल्ली में तमाम बंदिशें (ग्रैप 3) लागू कर हो चुकी हैं. दिल्ली-एनसीआर में अपने इलाके की एयर क्वालिटी यहां क्लिक करके चेक करें.
ठंड के दौरान लगी पॉल्यूशन इमरजेंसी में मौसम का हाल
15 नवंबर से पहले ही दिल्ली-एनसीआर में कोहरे और धुंध ने दस्तक दे दी है. ट्रेन और फ्लाइट डिले और कैंसिल होने वाले दिन आने वाले हैं. मौसम विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री रहने की संभावना है. मौसम विज्ञानियों के अनुमान के मुताबिक दिल्ली में 21 नवंबर से कायदे की महसूस होने वाली यानी स्वेटर और कंबल वाली ठंड पड़नी शुरू हो जाएगी.
मौसम विभाग ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिम राजस्थान में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, सब हिमालयन वेस्ट बंगाल और सिक्किम, बिहार और झारखंड में सुबह के समय घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है.
IMD के मुताबिक आज दक्षिण भारत के तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिणी तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है. वहीं दक्षिणी कोंकण और गोवा और दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
सांसें बचाने के लिए क्या करें?
कुछ भी हो जाए. सबसे पहले आपको घबराना नहीं है. बिना जरूरी काम के घर के बाहर न निकलें. सुबह-शाम की सैर करने न जाएं. घर के बाहर बढ़िया क्वालिटी का मास्क लगा कर जाएं. मास्क न हो तो कम से कम सूती कपड़े से चेहरा ढका हो. धूल के सीधे संपर्क में न आएं. कोई भी परेशानी महसूस होने पर किसी योग्य डॉक्टर से संपर्क करें.