डीजीपी पंजाब ने पटियाला रेंज के अधिकारियों/कर्मचारियों की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता
डीजीपी गौरव यादव ने पंचायत चुनावों को हिंसा मुक्त बनाने के लिए सीपीज/एसएसपीज को निर्देश दिए
फील्ड अधिकारियों को लूटपाट जैसे छोटे अपराधों के मामलों में तुरंत एफआईआर दर्ज करने का निर्देश
डीजीपी पंजाब ने फील्ड अधिकारियों को 'सेफ पंजाब एंटी ड्रग हेल्पलाइन' 9779100200पर प्राप्त जानकारी पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा
एफआईआर दर्ज करने में किसी भी प्रकार की लापरवाही के लिए संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा: डीजीपी गौरव यादव
चंडीगढ़/संगरूर, 10 अक्टूबर: डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने आज राज्य में छोटे अपराधों पर नियंत्रण और नशे के उन्मूलन के प्रति पंजाब पुलिस की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए सभी फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जबरन वसूली कॉल, लूटपाट, चोरी, और घुसपैठ जैसे अपराधों को रोकने के लिए सभी तंत्रों का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को बिना देरी के लूटपाट समेत छोटे अपराधों में तुरंत एफआईआर दर्ज करनी चाहिए। किसी भी प्रकार की देरी की स्थिति में संबंधित अधिकारियों चाहे एसएसपी, डीएसपी या एसएचओ हो को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
डीजीपी गौरव यादव, जिनके साथ डीआईजी पटियाला रेंज मंदीप सिंह सिद्धू भी थे, पंचायत चुनावों से पहले प्रदर्शन और कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करने के लिए पुलिस लाइन संगरूर में पटियाला रेंज के अधिकारियों पटियाला, मलेरकोटला, संगरूर, और बरनाला के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में एसएसपी पटियाला नानक सिंह, एसएसपी संगरूर सरताज चहल, एसएसपी बरनाला संदीप मलिक और एसएसपी मलेरकोटला गगन अजीत सिंह भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए राज्य भर में लूटपाट और नशे के बिक्री के हॉटस्पॉट पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि वास्तविक समय में निगरानी के लिए जिलास्तर और उपमंडल स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जा रहे हैं।
डीजीपी ने एसएसपीज को अपराधियों से सख्ती से निपटने और नशे के कारोबारियों की अवैध संपत्तियों को फ्रीज करने के लिए एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ का अधिकतम उपयोग करने का निर्देश दिया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को नई शुरू की गई 'सेफ पंजाब एंटी ड्रग हेल्पलाइन - 9779100200' के माध्यम से प्राप्त सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए भी कहा। इस हेल्पलाइन के माध्यम से नागरिक गुप्त रूप से नशा तस्करों की जानकारी दे सकते हैं।
पंचायत चुनावों से पहले,डीजीपी गौरव यादव ने राज्य भर में सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने हिंसा मुक्त चुनाव कराने के मद्देनजर कानून व्यवस्था की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक बल तैयार रखने पर जोर दिया।
बैठक के दौरान एसएसपी को अपराधियों की पृष्ठभूमि से संबंधित जानकारी जुटाने, हिंसक अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, निगरानी बढ़ाने, तकनीक का उपयोग करके अपराधों का पता लगाने और नशा तस्करों की संपत्तियों को जब्त करने के निर्देश दिए गए। एसएसपी को अपराधियों से व्यक्तिगत रूप से पूछताछ करने के लिए भी कहा गया।
उल्लेखनीय है कि डीजीपी पंजाब ने फील्ड अधिकारियों को जमीनी स्तर पर आ रही चुनौतियों को समझने के लिए उनसे फीडबैक भी लिया। उन्होंने एसएसपी को सभी उपमंडल डीएसपी और स्टेशन हाउस ऑफिसर्स (एसएचओ) के साथ साप्ताहिक अपराध समीक्षा बैठकें करने के लिए कहा।