अन्य प्रमुख परियोजनाओं में सार्वजनिक शेड, राजपत्रित अधिकारियों का मैस, और जिला पुलिस परिसर शामिल
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन साइबर से जुड़े अपराधों से निपटने में मदद करेगा: डीजीपी गौरव यादव।
इसके बाद, डीजीपी गौरव यादव दोपहर के भोजन ‘वड्डा खाना’ में शामिल हुए, पुलिसकर्मियों से की बातचीत।
पटियाला रेंज के बेहतर प्रदर्शन करने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को किया सम्मानित।
चंडीगढ़/संगरूर, 10 अक्टूबर: राज्य में सार्वजनिक सेवाओं के विस्तार के लिए पंजाब पुलिस के राज्य-स्तरीय प्रयासों के हिस्से के रूप में, पंजाब के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव ने आज संगरूर जिले में कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया और नींव रखी। ये परियोजनाएं जनता और पुलिसकर्मियों दोनों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से विकसित की गई हैं।
अतिआधुनिक साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन का उद्घाटन करते हुए डीजीपी ने कहा कि यह पुलिस स्टेशन ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी, पहचान संबंधी चोरी/छेड़छाड़, साइबर बुलिंग, हैकिंग और ऑनलाइन घोटालों जैसे साइबर अपराधों की जांच और समाधान के लिए एक समर्पित केंद्र के रूप में कार्य करेगा। इस पुलिस स्टेशन को नवीनतम तकनीक से लैस किया गया है और इसमें डिजिटल फॉरेंसिक और साइबर क्राइम जांच में विशेषज्ञता प्राप्त प्रशिक्षित कर्मचारी शामिल हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने पटियाला रेंज के डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू के साथ नए पुलिस स्टेशन का दौरा किया और वहां तैनात पुलिसकर्मियों और स्टाफ से बातचीत की। इस पुलिस स्टेशन में एसएचओ का कमरा, दो जांचकर्ताओं के कमरे, सीसीटीएनएस कमरा और हवालात शामिल हैं।
संगरूर के पुलिस स्टेशन के दौरे के दौरान, धूरी के रहने वाले शिकायतकर्ता अशोक भंडारी ने भी डीजीपी से मुलाकात की और पंजाब पुलिस द्वारा उसकी साइबर धोखाधड़ी के मामले को हल करने के लिए की गई त्वरित कार्रवाई के लिए धन्यवाद किया। भंडारी से ऑनलाइन व्यापार के माध्यम से 1.29 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई थी, लेकिन संगरूर साइबर टीम ने एफआईआर दर्ज होने के तुरंत बाद 30 लाख रुपये की रिकवरी कर ली।
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के उद्घाटन के अलावा, अन्य प्रमुख पहलकदमियों में पुलिस कार्यालयों में आने वाले नागरिकों के लिए विस्तारित कैंटीन, कार्यालय परिसर के पास आगंतुकों के लिए सुविधाजनक सार्वजनिक शेड, और अधिकारियों के लिए मरम्मत किया गया राजपत्रित अधिकारियों का मैस शामिल हैं।
इसके अलावा, डीजीपी गौरव यादव ने अपग्रेड किए गए जिला पुलिस परिसर का भी उद्घाटन किया, जिसे जनता की बढ़ती संख्या को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए तैयार किया गया है। इसके साथ ही, सार्वजनिक कार पार्किंग की नींव भी रखी गई, जिससे आम जनता को काफी लाभ होगा।
डीजीपी ने कहा कि आधुनिक सुविधाओं में निवेश करने के पीछे पंजाब पुलिस का उद्देश्य सार्वजनिक सेवाओं को बढ़ाना, अधिकारियों के बीच सामुदायिक भावना को मजबूत करना और सभी के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना है।
इसके बाद, डीजीपी गौरव यादव संगरूर पुलिस द्वारा आयोजित 'वड्डा खाना' दोपहर के भोजन में शामिल हुए। इस दौरान, सभी रैंक के अधिकारियों ने पुलिस प्रमुख से बातचीत की और अपने विचार साझा किए, जो आपसी तालमेल को और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और सुचारू रूप से काम करने के लिए बेहद जरूरी है।
इस अवसर पर एक साथ भोजन करते हुए, डीजीपी ने वरिष्ठ अधिकारियों और जूनियर कर्मचारियों के बीच बेहतर तालमेल के लिए उनके अनुभवों, चुनौतियों और समस्याओं पर भी चर्चा की।
डीजीपी ने पटियाला रेंज के बेहतर प्रदर्शन करने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को उनकी ड्यूटी को और अधिक प्रभावी ढंग से निभाने के लिए प्रेरित और सम्मानित भी किया।
इस मौके पर एसएसपी पटियाला नानक सिंह, एसएसपी संगरूर सरताज चाहल, एसएसपी बरनाला संदीप मलिक और एसएसपी मालेरकोटला गगन अजीत सिंह भी मौजूद थे।