हैपेटाइटिस-बी पर राज्य के लोगों को जागरूक करेगा स्वास्थ्य विभाग : विपिन सिंह परमार
जानलेवा हैपेटाइटिस बीमारी पर राज्य सरकार गंभीर
18th July 2018: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री विपिन सिंह परमार ने आज यहां कहा कि गत कुछ वर्षों के दौरान राज्य के जनजातीय जिले लाहौल-स्पिति के स्पिति उपमण्डल में पिछले कुछ वर्षों में हैपेटाइटिस-बी के लक्षण पाए जाने को राज्य सरकार ने गंभीरतापूर्वक लिया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में आई.जी.एम.सी. शिमला के चिकित्सकों द्वारा किए गए गहन अध्ययन के उपरांत एक पुस्तिका तैयार की गई है, जिसमें इस बीमारी के लक्षणों, कारणों तथा निदान बारे बताया गया है।
श्री परमार ने कहा कि हैपेटाइटिस-बी और सी एक जानलेवा बीमारी है जो यकृत (लीवर) को नुकसान पहुंचाती है और कैंसर का कारण बनती है। उन्होंने कहा कि आरंभ में यदि इस बीमारी का उपचार नहीं किया जाए, तो यह जानलेवा बन जाती है।
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मार्गदर्शन में हर वर्ष विश्व हैपेटाटिस दिवस का आयोजन किया जाता है और इस बार स्वास्थ्य विभाग इस दिवस की गंभीरता को देखते हुए आगामी 28 जुलाई को शिमला के आई.जी.एम.सी. में बडे़ पैमाने पर दिवस का आयोजन कर रहा है और इस दौरान बीमारी के कारणों व इसके निदान बारे प्रदेश के लोगों में जागरूकता उत्पन्न की जाएगी। हालांकि उन्होंने संबंधित विभागों के चिकित्सकों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने हैपेटाइटिस-बी और सी पर गहन अध्ययन कर इसे एक पुस्तिका में संकलित करने के लिये गैस्ट्रोएन्टरालॉजी विभाग के प्रमुख डा. बृज शर्मा तथा कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के डा. अनमोल गुप्ता को बधाई देते हुए कहा कि उनके प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे और लोग हैपेटाइटिस बीमारी को जान सकेंगे जिससे इस जानलेवा रोग से समाज को काफी हद तक निजात मिल सकेगी।